कुछ काल से श्री राम और सीता की विवाह के समय आयु पर एक शंका उठाई जाती रही हैं की क्या विवाह के समय श्री राम चन्द्र जी की आयु 15 वर्ष और सीता जी की आयु 6 वर्ष थी?
इस शंका को उठाने वालों में मुख्य रूप से वो लोग हैं जो मुहम्मद साहिब और आयशा के विवाह के समय आयशा की आयु जो उस समय केवल मात्र 6 वर्ष थी को सही मानने का प्रयास करते हैं।
हमारा उद्देश्य इस लेख में इस शंका का समाधान करना हैं की वास्तव में क्या विवाह के समय श्री राम चन्द्र जी की आयु 15 वर्ष और सीता जी की आयु 6 वर्ष थी?
प्रथम तो सीता जी की विवाह के समय 6 वर्ष आयु मानने का कारण वाल्मीकि रामायण में दिया गया एक श्लोक हैं जिसे अरण्य कांड 47/4,10 में सीता रावण को अपना परिचय देते हुए कहती हैं की मेरी आयु इस समय 18 वर्ष हैं , मैं 12 वर्ष ससुराल में रहकर, समस्त भोगों का उपभोग करके मैं राम-लक्ष्मण के साथ वन में आई हूँ। अर्थात विवाह के समय सीता जी की आयु केवल 18-12=6 वर्ष ही थी।
इस श्लोक को आधार बनाकर सीता जी की विवाह के समय आयु 6 वर्ष सिद्ध करने को हम रामायण आदि शास्त्रों से परीक्षा करेंगे।
1. जब ऋषि विश्वामित्र श्री राम और श्री लक्ष्मण को लेकर जनक राज के समक्ष पधारे तो उन्हें देखकर राजा जनक ने आश्चर्यचकित हो हाथ जोड़कर विश्वामित्र से पूछा – हे मुनिवर! गज और सिंह के समान चल वाले, देवताओं के समान पराक्रमी तथा अश्विनी कुमारों के समान सुन्दर, यौवन को प्राप्त कुमार कौन हैं।
सन्दर्भ – बालकाण्ड 50/17-19
इसी बालकाण्ड में सर्ग 48 राजा सुमति ने भी राम और लक्ष्मण को देखकर यौवन से भरपूर सुन्दर हथियार धारण किया हुआ कहा हैं।
(यहाँ श्री राम जी और श्री लक्ष्मण जी को कहाँ गया हैं। ऐसी अवस्था सुश्रत के अनुसार 25 वर्ष और की 16 वर्ष की आयु में ही होती हैं)
2. जब विश्वामित्र ने राजकुमारों की धनुष देखने की इच्छा व्यक्त की तो जनक ने सीता के विवाह के सन्दर्भ में धनुष भंग की चर्चा करते हुए कहा-
जब मेरी कन्या सीता ‘वर्द्धमाना‘=प्राप्तयौवना हुई तो बहुत से राजा उसका हाथ माँगने आने लगे। पर सब असफल रहे।
सन्दर्भ – बालकाण्ड 66/15
(यहाँ सीता को यौवन प्राप्त युवती कहा गया हैं)
3. सीता ने अनसूया से कहा- पिता ने जब मेरी पति संयोग सुलभ अवस्था देखी तो उनको बड़ी चिंता हुई। मेरे पिता को वैसी ही चिंता हुई जैसा किसी दरिद्र के धन का नाश होने पर होती हैं।
सन्दर्भ- अयोध्या काण्ड118/34
(किसी भी पिता के मन में अपनी बेटी के विवाह की चिंता जब वह 6 वर्ष की होती हैं तब उत्पन्न होने का प्रश्न ही नहीं हैं)
4. अयोध्या पहुँचने पर सबसे मिलने- जुलने के बाद चारों राजकुमार अपनी अपनी पत्नियों को लेकर अपने अपने महल में रमण करने लगे।-अयोध्या काण्ड- 7/52
(6 वर्ष की राजकुमारी महलों में खेलने लायक होती हैं, न की पति के साथ रमण करने लायक!)
5. बालकाण्ड 6/29-31 में सीता की शारीरिक अवस्था को सम्पूर्ण युवती वाला बताया गया हैं।
6. तुलसी कृत रामचरितमानस में भी कहीं पर भी सीता जी की विवाह के समय आयु 6 वर्ष नहीं लिखी हैं।
इन सब से सिद्ध होता हैं की यह श्लोक मिलावटी हैं और
विवाह के समय श्री राम चन्द्र जी की आयु 15 वर्ष और सीता जी की आयु 6 वर्ष नहीं थी?
डॉ विवेक आर्य
इमौ कुमारौ भद्रम् ते देव तुल्य पराक्रमौ || १-५०-१७
ReplyDeleteगज तुल्य गती वीरौ शार्दूल वृषभ उपमौ |
पद्म पत्र विशाल अक्षौ खड्ग तूणी धनुर् धरौ |
अश्विनौ इव रूपेण समुपस्थित यौवनौ || १-५०-१८
यदृच्छया एव गाम् प्राप्तौ देव लोकात् इव अमरौ |
कथम् पद्भ्याम् इह प्राप्तौ किम् अर्थम् कस्य वा मुने || १-५०-१९
17b, 18, 19. mune = oh, saint; te bhadram = you, be safe; deva tulya paraakramau = with god Vishnu, matching, in valour; gaja simha gatii = [like audacious] elephant, [like arrogant] lion, with strides; viirau = two valrous ones; shaarduula vR^iSabha upamau= [adventurous] tiger, [adamantine] Holy Bull, in similitude; padma patra vishaala akSau = lotus, petal, broad, eyed ones; khaDga tuuNii dhanuH dharau = sword, quiver, bow, wielding; ruupeNa ashvinau iva = by physique, Ashwin, the Twin-god brothers, like; sam upasthita yauvanau = in the offing, youthfulness is; deva lokaat = from gods', abode; yadR^icChayaa iva = = at their pleasure, as if; gaam praaptau = on earth, chanced; a marau = not, dying ones [deathless, immortals]; iva = as if like; imau kumaarau = these, youngsters; iha = here, to this place; padbhyaam = with two feet - by footslogging; katham = how; kim artham = what, for; praaptau = how, they chanced; kasya vaa = whose [scions,] are they.
"These two youngsters, oh, sage, let safety betide you, striding like audacious elephants and arrogant lions, bearing a similitude to adventurous tigers and adamantine bulls, and wielding quivers, swords, and bows, are valorous with their valour matching that of Vishnu, and with their eyes broad like lotus-petals and with youthfulness in the offing they look like the exceptionally beautiful twin-gods, Ashwin-brothers, by their physique. How these two have footslogged and chanced here as though immortals have chanced on earth from the abode of gods at their pleasure? What for they have come here, and whose scions are they? [1-50-17b, 18, 19]
क्या विवाह के समय श्री राम की आयु १६ वर्ष और माता सीता की आयु ६ वर्ष थी ?
ReplyDeleteकुछ विशिष्ट जन (मुस्लिम) को भगवान राम और माँ सीता के विवाह के सन्दर्भ में कुछ भ्रान्ति है. कुछ तर्क वाल्मीकि रामायण से लेकर ये निष्कर्ष निकला जा रहा है की विवाह के वक़्त माँ सीता की उम्र महज छ साल की थी, जो कतई सही नहीं है.
इसके पीछे दो कारण हैं -
1. मुस्लिम समुदाय अपने रसूल के द्वारा ६ वर्षीय अबोध बच्ची "आयशा" के साथ किये निकाह को जायज़ ठहराने के लिए ऐसा दोष श्रीराम के नाम पर लगाकर - श्रीराम का नाम बदनाम करने का कुत्सित प्रयास करते हैं और रसूल के निकाह को जायज़ ठहराने की बात दोहराते हैं।
2. बाल्मीकि रामायण से एक श्लोक का प्रमाण निकालकर ऐसा प्रमाणित करना चाहते हैं की श्रीराम और माता सीता का विवाह "बालविवाह" था - अर्थात - श्री राम की आयु १६ और माता सीता की आयु ६ वर्ष थी - जबकि ये सत्य नहीं -
आइये बाल्मीकि रामायण में सबसे पहले इसी श्लोक पर चर्चा कर लेते हैं की वहां क्या लिखा है -
उषित्वा द्वादश समाः इक्ष्वाकुणाम निवेशने |
भुंजाना मानुषान भोगतसेव काम समृद्धिनी ||
(अरण्यकाण्ड ४७: ४)
ध्यान दे की इस श्लोक में द्वा और दश शब्द अलग अलग है. येद्वादश यानि बारह नहीं बल्कि द्वा "दो" को और दश "दशरथ" कोसंबोधित करता है. इसमें माँ सीता, रावन से, कह रही है की इक्ष्वाकु कुल के राजा दशरथ के यहाँ पर दो वर्ष में उन्हें हर प्रकार के वे सुख जो मानव के लिए उपलब्ध है उन्हें प्राप्त हुए है। क्योंकि इस श्लोक में इक्ष्वाकु कुल का नाम सीता जी बोल रही हैं - लेकिन उस कुल में दशरथ पुत्र राम से उनका विवाह हुआ - स्पष्ट है - पुरे श्लोक में दशरथ नाम कहीं और भी नहीं लिखा है - इसलिए "द्वा" दो को और "दश" - महाराज दशरथ को सम्बोधन है।
इसे पूर्ण रूप से न समझ कर - कुछ ऐसा अर्थ किया जाता है - एक उदहारण -
"उस समय छोटे बच्चो को कमरे में बंद रखा जाता था" -
इसे कुछ इस तरह अर्थ किया गया -
"उस समय छोटे बच्चो को कमरे में बंदर खा जाता था" -
श्लोक का अर्थ थोड़ा गलत करने से पूरा मंतव्य ही बदल गया।
मम भर्ता महातेजा वयसा पंच विंशक ||३-४७-१० ||
अष्टा दश हि वर्षिणी नान जन्मनि गण्यते ||३-४७-११ ॥
इस श्लोक में माँ सीता कह रही है की उस समय (वनवास प्रस्थान के समय) मेरे तेजस्वी पति की उम्र पच्चीस साल थी और उससमय मैं जन्म से अठारह वर्ष की हुई थी. इसे ये ज्ञात होता है की वनवास प्रस्थान के समय माँ सीता की उम्र अठारह साल की थी औरवो करीब दो साल राजा दशरथ के यहाँ रही थी यानि माँ सीता की शादी सोलह साल की उम्र के आस पास हुई थी. ये केवल सोच और समझ का फेर है।
सिद्धाश्रम : श्री राम १४-१६वे वर्ष में ऋषी विश्वमित्र के साथ सिद्धाश्रम को गए थे। इस तथ्य की पुष्टि वाल्मीक रामायण के बाल काण्ड के वीस्वें सर्ग के शलोक दो से भी हो जाती है, जिसमे राजा दशरथ अपनी व्यथा प्रकट करते हुए कहते हैं- उनका कमलनयन राम सोलह वर्ष का भी नहीं हुआ और उसमें राक्षसों से युद्ध करने की योग्यता भी नहीं है।
उनषोडशवर्षो में रामो राजीवलोचन: न युद्धयोग्य्तामास्य पश्यामि सहराक्षसौ॥ (वाल्मीक रामायण /बालकाण्ड /सर्ग २० शलोक २)
चूँकि भगवान राम ऋषि विश्वामित्र के साथ चौदह अथवा सोलह वर्ष की उम्र में गए थे और उसके बाद ही उनका विवाह हुआ था इसे ये सिद्ध हो जाता है की प्रभु रामकी शादी सोलह वर्ष के उपरान्त हुई थी
श्री राम और लक्ष्मण ने - ऋषि विश्वामित्र के आश्रम सिद्धाश्रम में करीब १२ वर्ष तक निवास किया और ऋषि विश्वामित्र ने उन्हें ७२ शस्त्रास्त्रों का सांगोपांग ज्ञान तथा अभ्यास कराया -
यदि श्री राम की आयु ऋषि विश्वामित्र के साथ उनके आश्रम में जाते समय १६ नहीं १४ भी माने तो ऋषि विश्वामित्र के आश्रम में विद्या ग्रहण करते हुए १२ साल व्यतीत हुए जिसका योग २६ वर्ष होता है -
उपरोक्त तथ्यों से सिद्ध है की श्रीराम की आयु मिथिला में स्वयंवर जाते समय २५-२६ वर्ष थी और माता सीता की आयु १६ वर्ष थी।
अब भी यदि कुछ अतिज्ञानी नहीं मानते - तो कृपया बताये -
स्वयंवर के समय श्री राम की आयु यदि १६ वर्ष और माता सीता की आयु यदि ६ वर्ष मानते हो - तो वनवास क्या श्री राम २-४ वर्ष की आयु में गए ?
कृपया सत्य को जाने वेदो की ओर लौटिए -
नमस्ते -
नोट : प्रथम पद में यह द्वी शब्द रहता है - यहाँ पर द्वा द्विवचन का रूप है
Bal vivah jha ki parampara rhi ho wha 26sal ka noujwan kaise kha ja skta hai aaj bhi Bharat me shadi ki ayu kya hai ye aap acchi trah jantey hai sach sach hota hai kyo tathyo ko todh rhe hai
ReplyDeletesale purane time me kisne kya milawat kro tu dekhne gya tha kya chor chori se tere kuran me kuchh likh dete to tu maan leta
DeleteMahabharata mein abhimanyu ki maut ke samay ki umar5 saal ki kahi gayi h kya ek panch saal ke bachche ke liye yudh karna sambhav h pehle umar mapne ki alag tarah ki vidhi thi, jise samajhna aapke vash ki baat nahi par thoda Arya ji ki likhi anuchedh ko study karenge to thoda samajh aajaye ga
Deleteक्या बेवकूफी की बात करते हो पाँच साल का बच्चा कहीं युद्ध में जाता है? महारथियों से लड़ने जायेगा और जिसे बड़े बड़े महारथी और अतिरथी नहीं तोड़ पाते थे उस चक्रव्यूह को तोड़ देगा , पहले सच को जानो फिर बात किया करो
Deleteअरण्य कांड 47/4,10 में सीता रावण को अपना परिचय देते हुए कहती हैं की मेरी आयु इस समय 18 वर्ष हैं , मैं 12 वर्ष ससुराल में रहकर, समस्त भोगों का उपभोग करके मैं राम-लक्ष्मण के साथ वन में आई हूँ। अर्थात विवाह के समय सीता जी की आयु केवल 18-12=6 वर्ष ही थी।
ReplyDeleteyanha sabhi gyani malum ho rahe hai
kripya karke mujhe batane ka kast kare( with proof) ki o kaun sa bekti tha jisne sri ram chandra jee aur sita jee ko badbam karne ke liye ram charitra manas me ye slok dalkar logo ko bharmit kiya hai ??????
Ye sab angrejo ne kiya tha
DeleteWo 12 nhi 2 hai
Deleteक्या विवाह के समय श्री राम की आयु १६ वर्ष और माता सीता की आयु ६ वर्ष थी ?
Deleteकुछ विशिष्ट जन (मुस्लिम) को भगवान राम और माँ सीता के विवाह के सन्दर्भ में कुछ भ्रान्ति है. कुछ तर्क वाल्मीकि रामायण से लेकर ये निष्कर्ष निकला जा रहा है की विवाह के वक़्त माँ सीता की उम्र महज छ साल की थी, जो कतई सही नहीं है.
इसके पीछे दो कारण हैं -
1. मुस्लिम समुदाय अपने रसूल के द्वारा ६ वर्षीय अबोध बच्ची "आयशा" के साथ किये निकाह को जायज़ ठहराने के लिए ऐसा दोष श्रीराम के नाम पर लगाकर - श्रीराम का नाम बदनाम करने का कुत्सित प्रयास करते हैं और रसूल के निकाह को जायज़ ठहराने की बात दोहराते हैं।
2. बाल्मीकि रामायण से एक श्लोक का प्रमाण निकालकर ऐसा प्रमाणित करना चाहते हैं की श्रीराम और माता सीता का विवाह "बालविवाह" था - अर्थात - श्री राम की आयु १६ और माता सीता की आयु ६ वर्ष थी - जबकि ये सत्य नहीं -
आइये बाल्मीकि रामायण में सबसे पहले इसी श्लोक पर चर्चा कर लेते हैं की वहां क्या लिखा है -
उषित्वा द्वादश समाः इक्ष्वाकुणाम निवेशने |
भुंजाना मानुषान भोगतसेव काम समृद्धिनी ||
(अरण्यकाण्ड ४७: ४)
ध्यान दे की इस श्लोक में द्वा और दश शब्द अलग अलग है. येद्वादश यानि बारह नहीं बल्कि द्वा "दो" को और दश "दशरथ" कोसंबोधित करता है. इसमें माँ सीता, रावन से, कह रही है की इक्ष्वाकु कुल के राजा दशरथ के यहाँ पर दो वर्ष में उन्हें हर प्रकार के वे सुख जो मानव के लिए उपलब्ध है उन्हें प्राप्त हुए है। क्योंकि इस श्लोक में इक्ष्वाकु कुल का नाम सीता जी बोल रही हैं - लेकिन उस कुल में दशरथ पुत्र राम से उनका विवाह हुआ - स्पष्ट है - पुरे श्लोक में दशरथ नाम कहीं और भी नहीं लिखा है - इसलिए "द्वा" दो को और "दश" - महाराज दशरथ को सम्बोधन है।
इसे पूर्ण रूप से न समझ कर - कुछ ऐसा अर्थ किया जाता है - एक उदहारण -
"उस समय छोटे बच्चो को कमरे में बंद रखा जाता था" -
इसे कुछ इस तरह अर्थ किया गया -
"उस समय छोटे बच्चो को कमरे में बंदर खा जाता था" -
श्लोक का अर्थ थोड़ा गलत करने से पूरा मंतव्य ही बदल गया।
मम भर्ता महातेजा वयसा पंच विंशक ||३-४७-१० ||
अष्टा दश हि वर्षिणी नान जन्मनि गण्यते ||३-४७-११ ॥
इस श्लोक में माँ सीता कह रही है की उस समय (वनवास प्रस्थान के समय) मेरे तेजस्वी पति की उम्र पच्चीस साल थी और उससमय मैं जन्म से अठारह वर्ष की हुई थी. इसे ये ज्ञात होता है की वनवास प्रस्थान के समय माँ सीता की उम्र अठारह साल की थी औरवो करीब दो साल राजा दशरथ के यहाँ रही थी यानि माँ सीता की शादी सोलह साल की उम्र के आस पास हुई थी. ये केवल सोच और समझ का फेर है।
सिद्धाश्रम : श्री राम १४-१६वे वर्ष में ऋषी विश्वमित्र के साथ सिद्धाश्रम को गए थे। इस तथ्य की पुष्टि वाल्मीक रामायण के बाल काण्ड के वीस्वें सर्ग के शलोक दो से भी हो जाती है, जिसमे राजा दशरथ अपनी व्यथा प्रकट करते हुए कहते हैं- उनका कमलनयन राम सोलह वर्ष का भी नहीं हुआ और उसमें राक्षसों से युद्ध करने की योग्यता भी नहीं है।
उनषोडशवर्षो में रामो राजीवलोचन: न युद्धयोग्य्तामास्य पश्यामि सहराक्षसौ॥ (वाल्मीक रामायण /बालकाण्ड /सर्ग २० शलोक २)
चूँकि भगवान राम ऋषि विश्वामित्र के साथ चौदह अथवा सोलह वर्ष की उम्र में गए थे और उसके बाद ही उनका विवाह हुआ था इसे ये सिद्ध हो जाता है की प्रभु रामकी शादी सोलह वर्ष के उपरान्त हुई थी
श्री राम और लक्ष्मण ने - ऋषि विश्वामित्र के आश्रम सिद्धाश्रम में करीब १२ वर्ष तक निवास किया और ऋषि विश्वामित्र ने उन्हें ७२ शस्त्रास्त्रों का सांगोपांग ज्ञान तथा अभ्यास कराया -
यदि श्री राम की आयु ऋषि विश्वामित्र के साथ उनके आश्रम में जाते समय १६ नहीं १४ भी माने तो ऋषि विश्वामित्र के आश्रम में विद्या ग्रहण करते हुए १२ साल व्यतीत हुए जिसका योग २६ वर्ष होता है -
उपरोक्त तथ्यों से सिद्ध है की श्रीराम की आयु मिथिला में स्वयंवर जाते समय २५-२६ वर्ष थी और माता सीता की आयु १६ वर्ष थी।
अब भी यदि कुछ अतिज्ञानी नहीं मानते - तो कृपया बताये -
स्वयंवर के समय श्री राम की आयु यदि १६ वर्ष और माता सीता की आयु यदि ६ वर्ष मानते हो - तो वनवास क्या श्री राम २-४ वर्ष की आयु में गए ?
कृपया सत्य को जाने वेदो की ओर लौटिए -
नमस्ते -
नोट : प्रथम पद में यह द्वी शब्द रहता है - यहाँ पर द्वा द्विवचन का रूप है
राम की आयु विवाह के समय कितने वर्ष माह दिन की थी
ReplyDeleteराम की आयु विवाह के समय कितने वर्ष माह दिन की थी
ReplyDelete6 shal me shadi 12 shal dashrath ke ghar aur 12 shal banbash ke bad rawan se mili tb kaise 18 ki thi
ReplyDeleteMahabharata mein chandradev krishna ji se kehte hai ki wo apne putra(abhimanyu) ko sadhe 5 saal ke liye dharti par bhej denge aur unhone bheja v par kya ek sadhe panch saal ka bachcha yudh kar sakta h pehle age measure karne ka tarika alag tha . Sesh baat Arya ji ne upar behtar samjhaya h
ReplyDelete6varsh to vese hi glt hogya Kyu agr 6saal mai shaadi hui aur 12saal sukh bhoga to 18hui pr fir 14saal ka वनवास aur 12-13 साल तो koi ravan nhi mila unse to 18+13/12=31/30 to vo ravan ko 18 kese kahengi
ReplyDeleteKia Bakaws karte hu Tum log agar Walmiki Ramayan me milwat huti to Pandit Pujari Kaha the Usa Waqt Wo Walmiki Ramayan ka Pat Nhi karte the kia
ReplyDeleteArey bkchod shant ho ja dimag mein bawaseer ho gyi h kya upr kitna explain kiya h
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