Monday, December 16, 2013

Say No to Rape



say no to rape

उत्सक्थ्या अवगुदं धेहि समंजिं चारया विशन्। य: स्त्रीणां जीवभोजन:॥
(यजु.23.21)

हे शक्तिमान राजन् (विशन्) जो पापी लोग स्त्रियों के साथ व्यभिचार एवं बलात्कार करके उनका जीवन नष्ट करने वाले हैं उन्हें पैर ऊपर और सिर नीचे करके उल्टा लटका कर ताडन करना चाहिये और इस प्रकार अपने राष्ट्र में न्याय का संचार करना चाहिये।

Its utmost duty of the King or Ruler to punish those Sinners (Rapists) who destroys the life of a women by Illicit conduct or Rape by hanging them upside down and by beating them so that Morality, Peace and Justice prevail in his kingdom – Yajur Veda 23:21

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