बौद्धिक आतंकवाद का उपाय
आमिर खान, सलमान खान, शाहरुख़ खान, इमरान हाश्मी, इमरान खान, अमिताभ बच्चन, रितिक रोशन, रणबीर कपूर, सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंदर सहवाग, धोनी, विराट कोहली, रैना, जडेजा।
इनके बारे में किसी भी हिन्दू लड़के- लड़कियों से पूछ लो। टेप-रिकॉर्डर के समान पूरा इनसाइक्लोपीडिया बता देंगे।
बप्पा रावल, राजा भोज, राणा कुम्भा, राणा सांगा, वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप, राज राजा चौला, कृष्ण देव राय, वीर दुर्गादास राठोर,महाराजा सूरजमल, बन्दा बैरागी, बाजीराव पेशवा,राजाराम जाट,गोकुला जाट, वीर छत्रसाल,राजा सुहैल देव पासी
इन सभी महान धर्मरक्षकों के नाम तक हिन्दुओं ने नहीं सुने होंगे। उनके महान जीवन के विषय में उनकी जानकारी होना तो कल्पना के समान हैं।
इसे बौद्धिक आतंकवाद कहते है। इस आतंकवाद का आरम्भ करने वाला हमारे देश का प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू था। गौरी, गजनी और अकबर को महान और शिवाजी को लूटेरा बताने वाली उसकी कम्युनिस्ट टोली ही थी।
मेरे विचार से इन सभी महान आत्माओं की संक्षिप्त जीवनियों को सरल भाषा में लिख कर बाल साहित्य के रूप में प्रकाशित कर हर हिन्दू युवा को पढ़ानी चाहिए।
सुप्रभात मित्रों
डॉ विवेक आर्य
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