आर्यसमाजियों की इफ्तार पार्टी
एक मुसलमान ने अपनी आदत से लाचार होकर मुझसे बदमाशी करनी चाही। बोला रमजान का महीना चल रहा है। आर्यसमाजियों को हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए इफ्तार पार्टी देनी चाहिए।
मैंने कहा, अच्छी बात है, लेकिन पार्टी मैं दूंगा तो अपने ही तरीके से दूंगा, जिसे स्वीकार करना चाहिए, जिसमें हिन्दू मुस्लिम एकता का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
उसने पूछा, तुम्हारा तरीका क्या होगा?
मैंने कहा, ‘‘इफ्तार पार्टी में खानपान से पहले वैदिक मंत्रो से संध्या हवन होगा और सत्यार्थ प्रकाश के 14 समुल्लास का सामूहिक पाठ, जिसे मुस्लिमों को करना चाहिए और फिर जल-पान और अंत में शांति पाठ.....और उपहार में सत्यार्थ प्रकाश...ऐसा यदि वे मान लें तो मैं रोजा इफ्तार पार्टी हर शहर में देने के लिए तैयार हूं....
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-तेजपाल सिंह धामा
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