हमारे कुछ मित्र अज्ञानता वश माँसाहार का समर्थन करने के लिए महाभारत के कुछ प्रमाण देते हैं जिसमें यज्ञ आदि में पशुबलि का वर्णन होता हैं। स्वामी दयानंद के अनुसार रामायण, महाभारत, मनु स्मृति पुराण आदि में जो कुछ वेदानुकूल हैं वह मान्य हैं एवं जो कुछ वेद विरुद्ध हैं वह त्यागने योग्य हैं। इस लेख में प्रसिद्द वैदिक विद्वान एवं अथर्ववेद भाष्यकार श्री विश्वनाथ जी विद्यालंकार जी द्वारा लिखित पुस्तक वैदिक पशु यज्ञ मीमांसा से महाभारत में यज्ञ में पशु बलि का निषेध करने वाले प्रमाणों का संग्रह किया गया हैं। पाठक लाभान्वित होगे यही आशय हैं।
Thursday, February 20, 2014
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