tag:blogger.com,1999:blog-1053318354450384140.post394932256481928555..comments2024-02-26T01:11:09.990-08:00Comments on vedictruth: फलित ज्योतिष पाखंड से जयादा कुछ नहीं हैंvedic wisdomhttp://www.blogger.com/profile/16084853919572775109noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1053318354450384140.post-73337339180283013492013-11-30T20:36:43.440-08:002013-11-30T20:36:43.440-08:00बहुत हद तक आप सही हैं| लेकिन सिर्फ़ इन्हीं बातों पर...बहुत हद तक आप सही हैं| लेकिन सिर्फ़ इन्हीं बातों पर आप पूरे फलित ज्योतिष को निरर्थक नहीं कह सकते| अगर आधुनिक विज्ञान को ही आप सबसे प्रमाणिक मानते हैं तो इसमें भी जो डाक्टर सारी ज़िन्दगी सबके दिलों का इलाज करता रहा वो दिल की बीमारी से क्यों मरता है .... ऐसे अनेक उदहारण आपके सामने आये होंगे|<br />कोई भी विज्ञान समय की सीमा को नहीं लांघ सकता| समय निरंतर सभी दिशाओं में सामान रूप से गतिमान रहता है, किन्तु विज्ञान अथवा कोई भी वैज्ञानिक पद्धिति नवीन अथवा प्राचीन, एक समय में केवल एक दिशा में ही कार्य करती है| इसीलिए विज्ञान की सभी शाखाएँ केवल संभावनाएं व्यक्त कर सकती हैं|<br />एक तीर एक समय में केवल एक ही बिंदु को स्पर्श कर सकता है उसको भेद सकता है| एक तीर से एक समय में अनेक बिन्दुओं को स्पर्श करा देने की अभिलाषा व्यर्थ ही है|<br />विज्ञान बहुत ही उत्तम विषय है जीवन के आयामों को समंझने में मनुष्य की सहायता करता है| किन्तु उसका आडम्बर किसी के लिए परेशानी भी पैदा कर देता है| आधुनिक चिकित्सा और चिकित्सल्यों का उदाहरण आपके सामने है|<br />निवेदन केवल मात्र इतना है| विज्ञान हमें समंझ प्रदान करता है, सावधानी तो हमें स्वयं ही रखनी पड़ेगी| Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11662189913402340399noreply@blogger.com